मौद्रिक नीति समीक्षा की मुख्य बातें :
► रिवर्स रीपो भी 25 आधार अंक घटकर 5.75 फीसदी
► खुदरा मुद्रास्फीति को सतत आधार पर 4 फीसदी पर रखने पर जोर
► चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि का अनुमान 7.3 फीसदी पर बरकरार
► निजी निवेश, बुनियादी ढांचे की बाधाओं को दूर करने तथा प्रधानमंत्री आवास योजना पर विशेष जोर देने की जरूरत
► कृषि ऋण माफी से राजकोषीय लक्ष्य बिगड़ने और सार्वजनिक व्यय की गुणवत्ता घटने का जोखिम
► बैंकों और कंपनियों की बैलेंस शीट की कमजोरी से नए निवेश के प्रभावित होने की आशंका
► एमपीसी की अगली बैठक 3-4 अक्टूबर को
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नीतिगत दर में 25 आधार अंक की कटौती की और संकेत दिया कि आगे के कदम मुद्रास्फीति, घरेलू कारकों तथा राज्यों द्वारा कृषि ऋण माफी योजना के क्रियान्वयन के रुख पर निर्भर करेंगे|
आरबीआई द्वारा रीपो दर में 25 आधार अंक की कटौती कर इसे 6 फीसदी कर दिया गया है, साथ ही अपना रुख तटस्थ रखते हुए संकेत दिया है कि मुद्रास्फीति को हिसाब से आगे दरों में कमी या बढ़ोतरी पर विचार किया जाएगा।