सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक (डब्लूपीआई) का आधार वर्ष बदलकर 2011-12 कर दिया. इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) का आधार वर्ष भी 2011-12 कर दिया गया है. इनके लिए पहले साल 2004-05 आधार वर्ष हुआ करता था.
Ø नए आधार वर्ष में 2011-12 की देश की अर्थव्यवस्था के अनुरूप बदलाव किए गए हैं. अब डब्ल्यूपीआई की सूची (बास्केट) में 676 की जगह 697 वस्तुएं शामिल की गई हैं.
Ø इसमें 199 नए सामानों को जोड़ते हुए पुराने 146 सामान हटा दिए गए हैं.
Ø नए सूचकांक में प्राथमिक वस्तुओं की हिस्सेदारी पहले से 2.5 प्रतिशत बढ़कर अब 22.62 फीसदी हो गई है. वहीं ईंधन और विनिर्मित वस्तुओं का शेयर क्रमश: 1.8 प्रतिशत और 0.75 प्रतिशत घट गया है.
Ø डब्लूपीआई में ईंधन का शेयर अब 13.15 फीसदी और विनिर्मित वस्तुओं का सबसे अधिक 64.23 फीसदी रहेगा. वहीं औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के लिए अब नई सूची में 809 वस्तुओं को शामिल किया गया है. पहले वाली सूची में केवल 620 वस्तु शामिल थे.