~ मार्च, 2015 को संसद में सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा दिए गए विवरण परियोजनाओं की सुस्ती और उससे उनकी बढ़ती लागत के आंकड़े चौंकाने वाले हैं।
~ 4 केंद्र सरकार की दस में से हर चौथी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना अपने समय से पीछे चल रही है। इस देरी का गंभीर खामियाजा लोगों को चुकाना पड़ रहा है।
20 गुना: विलंबित इन परियोजनाओं की लागत अपने शुरुआती अनुमान के मुकाबले 20 गुना बढ़ चुकी है।
21 साल: इन परियोजनाओं के पूरे होने वाले समयकाल में हुई वृद्धि।
315: एक जनवरी, 2015 तक 738 परियोजनाओं में से 315 अपने समय से काफी पीछे चल रही थीं।
2.11 लाख करोड़: समय से पीछे चल रहीं 224 इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की लागत में हुआ इजाफा।
76 ऐसी परियोजनाएं जो अपने निर्धारित समय से पीछे तो हैं ही, साथ ही लागत में भी इजाफा हुआ है।