केंद्र सरकार ने चीन से सस्ते स्टील आयात से प्रभावित भारतीय कंपनियों की शिकायत पर डंपिंग (Dumping) रोधी जांच शुरू कर दी है. डंपिंग रोधी और सहायक शुल्क महानिदेशालय ने पहली नजर में चीन द्वारा भारत में स्टील डंपिंग से जुड़े पर्याप्त सबूत होने की बात कही है. उसने यह भी कहा है कि डंपिंग रोधी जांच के साथ-साथ इससे घरेलू उद्योग पर पड़ने वाले असर का भी आकलन किया जाएगा. महानिदेशालय ने कहा है कि वह जांच के आधार पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश करेगा. सरकार ने इससे पहले अगस्त में चीन से आयातित कैमिकल पॉली टेट्रा फ्लोरो एथिलीन पर पांच साल के लिए डंपिंग रोधी शुल्क बढ़ा दिया था.
Dumping क्या है?
किसी कंपनी द्वारा उत्पादों को अपने घरेलू बाजार से कम कीमत पर किसी दूसरे देश को निर्यात करना डंपिंग कहलाता है. इससे खुले बाजार में घरेलू कंपनियों के लिए प्रतियोगिता में बने रहना मुश्किल हो जाता है. ऐसा होने पर सरकारें अपने घरेलू उद्योगों को बचाने के लिए उचित मूल्य से कम कीमत वाले ऐसे सभी उत्पादों पर डंपिंग रोधी शुल्क लगा सकती हैं. इन उत्पादों में स्टील सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. इसकी कीमतें सीधे तौर पर ऑटोमोबाइल उद्योग, सीमेंट, पॉवर प्लांट, टरबाइन, जहाज निर्माण, रेलवे और निर्माण उद्योग को प्रभावित करती हैं.