दुनिया भर के पर्यटकों में भारत का आकर्षण एक बार फिर बढ़ता दिख रहा है. पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े बताते हैं कि :
इस साल नवंबर के महीने में 10.5 लाख विदेशी पर्यटक भारत आए. यह संख्या बीते साल के नवंबर महीने की तुलना में करीब 14.4 फीसदी अधिक रही.
बीते साल नवंबर में 8.78 लाख विदेशी पर्यटक भारत आए थे जबकि नवंबर 2015 में यह आंकड़ा 8.16 लाख था. आंकड़े यह भी बताते हैं कि इस साल जनवरी से नवंबर के दौरान 90 लाख से भी ज्यादा विदेशी पर्यटकों ने देश के विभिन्न प्रांतों की सैर की. 2016 में कुल 77.83 लाख पर्यटक भारत पहुंचे थे. पर्यटकों की संख्या में इस बढ़ोतरी की एक बड़ी वजह ई-वीजा की सुविधा को भी माना जा रहा है.
साल 2016 की तुलना में इस साल ई-वीजा पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है. इसी साल के नवंबर महीने में ही भारत पहुंचने के लिए 2.37 लाख विदेशी पर्यटकों ने ई-वीजा का विकल्प चुना.
पर्यटन मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस साल सबसे अधिक पर्यटक बांग्लादेश से आए. इसके बाद अमेरिका, इंग्लैंड और रूस से सबसे ज्यादा लोगों ने भारत की ओर कदम बढ़ाया.
पर्यटन मंत्रालय ने यह भी कहा कि दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक उतरे. दिल्ली पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या कुल पर्यटकों की 29.76 प्रतिशत रही. इसके बाद बारी आई मुंबई की जहां 17.20 फीसदी पर्यटकों की लैंडिंग हुई.
What more needs to be done to attract tourist
जानकारों के मुताबिक अगर केंद्र और राज्य सरकारें, सुरक्षा, स्वच्छता, सुविधा, इंफ्रास्ट्रक्चर और परिवहन के साधनों पर ध्यान दें तो संभव है कि आने वाले वर्षों में पर्यटकों की संख्या में इससे कहीं अधिक इजाफा देखने को मिले. दुनिया के विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था में वहां का पर्यटन क्षेत्र महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. भारत एक ऐसा देश है जहां बर्फीले पहाड़ हैं तो रेगिस्तान भी, समुद्र है तो बड़े भूभाग पर फैला मैदानी इलाका भी. दुनिया का यह ऐसा देश है जहां छह मौसमों का लुत्फ उठाया जा सकता है. यानी यदि सरकार अपनी इच्छाशक्ति मजबूत करे तो पर्यटन क्षेत्र का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान अभी और भी नई ऊंचाइयों को छू सकता है