भारतीय रेलवे ने युवाओं के लिए बंपर भर्ती निकाली है। रेलवे ने 91 हजार से ज्यादा लोगों की भर्ती के लिए आवेदन माँगा है। रेलवे भर्ती नियंत्रण बोर्ड की ओर से वैकेंसी निकलने के बाद परीक्षार्थियों ने उम्र सीमा को लेकर बिहार में प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उम्र सीमा में बदलाव किए गए। वहीं अब भर्ती को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अहम घोषणा की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘रेलवे भर्ती परीक्षा के लिए बढ़ाई गई आवेदन शुल्क रिफंडेबल होगी।
उन्होंने कहा कि अगर उम्मीदवार रेलवे भर्ती परीक्षा देता है तो यह बढ़ी हुई फीस उसे बाद में वापस कर दी जाएगी। बता दें, रेलवे भर्ती के लिए एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 250 रुपये और जनरल और ओबीसी लिए 500 रुपये आवेदन शुल्क रखी गई है। लेकिन अब परीक्षा के बाद जनरल वर्ग के उम्मीदवारों को 400 रुपये वापस किए जाएंगे और एससी/ एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के उम्मीवारों को पूरी फीस वापस की जाएगी।
☆उम्र सीमा में भी बदलाव
वहीं इससे पहले जो भी भर्तियां रेलवे में निकाली गई थीं, उनमें जनरल वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 100 रुपये फीस रखी गई थी जबकि एससी/ एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए कोई फीस नहीं रखी गई थी। आपको बता दें, रेलवे ने काफी समय बाद ग्रुप डी कर्मचारियों के भर्ती निकलने के बाद छात्र काफी खुश हुए क्योंकि रेलवे में काफी लंबे समय बाद इतने पदों पर वैकेंसी निकली है।
लेकिन ग्रुप डी की परीक्षा के लिए आईटीआई होना अनिवार्य करना, उम्र सीमा को कम करना और फीस बढ़ा देने पर छात्रों ने प्रदर्शन किया। हालांकि प्रदर्शन के बाद रेलवे ने उम्र सीमा को लेकर बदलाव किए जिसमें लोको पायलट’ और ‘असिस्टेंट लोको पायलट’ के लिए उम्र सीमा बढ़ाकर 30 साल कर दी है और ग्रुप डी की परीक्षाओं में आवेदन करने वाले जनरल वर्ग के उम्मीदवारों के लिए उम्र सीमा 28 साल से बढ़ाकर 30 साल कर दी गई है।
☆ITI की अनिवार्यता खत्म
रेलवे भर्ती परीक्षा में ग्रुप डी के लिए आईटीआई की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। अब ग्रुप डी परीक्षाओं के लिए आटीआई या एनसीटी योग्यता की दरकार नहीं रहेगी। रेलवे नौकरियों के लिए आवेदन करने वालों के लिए पिछले साल तक पालन किए जाने वाले नियमों में गुरुवार से छूट दे दी गई है। वहीं रेल मंत्री के इस निर्णय से उन लाखों छात्रों का प्रयास रंग लाया है जो पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे थे।
☆फीस बढ़ाने की वजह
पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे भर्ती के लिए आवेदन फीस इसलिए बढ़ाई गई थी ताकि इसके लिए वही उम्मीदवार अप्लाई करें जो इस भर्ती को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने कहा कई बार आवेदन फीस कम होने पर कई उम्मीदवार आवेदन तो कर देते हैं पर इसका नुकसान सरकार को होता है। बता दें, रेलवे मंत्रालय ने यह भी घोषणा की कि भर्ती परीक्षाएं जल्द ही क्षेत्रीय भाषाओं मलयालम, तमिल, कन्नड़, ओड़िया, तेलुगु और बांग्ला इत्यादि में भी होंगी।