- भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डिजिटल पहुंच, डिजिटल समावेशन, डिजिटल डिवाइड को समाप्त करके और डिजिटल सशक्तिकरण सुनिश्चित करके भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने की दृष्टि से 'डिजिटल इंडिया' कार्यक्रम शुरू किया।
- इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए, विशेष रूप से ग्रामीण, आदिवासी और दूरदराज के क्षेत्रों में, शिक्षा मंत्रालय पीएम ई-विद्या के तत्वावधान में डीटीएच चैनलों के साथ-साथ वेब प्लेटफार्मों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक कार्यक्रम प्रदान करता है।
- कुछ प्रमुख शिक्षा पहल इस प्रकार हैं:
· राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में स्कूली शिक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण ई-सामग्री और सभी ग्रेड (एक राष्ट्र, एक डिजिटल प्लेटफॉर्म) के लिए क्यूआर कोडित ऊर्जावान पाठ्यपुस्तकें प्रदान करने के लिए दीक्षा देश का डिजिटल बुनियादी ढांचा है।
· स्कूली शिक्षा में 12 डीटीएच चैनल और उच्च शिक्षा में 22 स्वयं प्रभा चैनल पहले से ही काम कर रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट घोषणा के अनुसार, 12 डीटीएच चैनलों को 200 (दो सौ) पीएम ई-विद्या डीटीएच टीवी चैनलों तक विस्तारित किया जाएगा।
· स्वयं (स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव-लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स) उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों के लिए विश्वविद्यालयों को क्रेडिट हस्तांतरण के प्रावधान वाला राष्ट्रीय मंच है। NIOS और NCERT स्वयं के तहत स्कूल क्षेत्र के पाठ्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय समन्वयक हैं, जो 9वीं से 12वीं तक स्कूल पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
- डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए, शिक्षा तक मल्टी-मोड पहुंच को सक्षम करने के लिए डिजिटल/ऑनलाइन/ऑन-एयर शिक्षा से संबंधित सभी प्रयास आत्मनिर्भर भारत अभियान के हिस्से के रूप में पीएम ई-विद्या बैनर के तहत आयोजित किए गए हैं।