9. Explain why suicide among young women is increasing in Indian society. (Answer in 150 words) 10 marks
The rate of suicide among young women in India is increasing. This is a complex issue with a variety of contributing factors, including:
- Academic pressure: young women in India face intense academic pressure, both from their families and from society. This pressure can lead to stress, anxiety, and depression, which can increase the risk of suicide.
- Gender discrimination: young women in India still face significant gender discrimination, both at home and in the workplace. This can lead to feelings of worthlessness, hopelessness, and despair, which can increase the risk of suicide.
- Mental health stigma: There is a strong stigma associated with mental illness in India, which can prevent young women from seeking help for their mental health problems. This can lead to a worsening of their condition and an increased risk of suicide.
- Financial problems: Financial problems can be a major source of stress for young women in India, especially those from low-income families. This stress can lead to depression and an increased risk of suicide.
- Social media: social media can have a negative impact on the mental health of young women, especially those who are already vulnerable to suicide. Social media can expose young women to cyberbullying, unrealistic beauty standards, and body shaming. This can lead to feelings of low self-esteem and an increased risk of suicide.
It is important to note that suicide is a complex issue with no single cause. The factors listed above are just some of the many factors that can contribute to suicide among young women in India.
It is also important to note that suicide is preventable. If you are a young woman struggling with suicidal thoughts, please reach out for help. There are many resources available to you, including suicide hotlines, mental health professionals, and support groups.
9. बताएं कि भारतीय समाज में युवा महिलाओं में आत्महत्या क्यों बढ़ रही है? (उत्तर 150 शब्दों में) 10 अंक
भारत में युवा महिलाओं में आत्महत्या की दर बढ़ रही है। यह एक जटिल मुद्दा है जिसमें विभिन्न योगदान कारक शामिल हैं, जिनमें शामिल हैं:
- शैक्षणिक दबाव: भारत में युवा महिलाओं को अपने परिवार और समाज दोनों से तीव्र शैक्षणिक दबाव का सामना करना पड़ता है। यह दबाव तनाव, चिंता और अवसाद का कारण बन सकता है, जिससे आत्महत्या का खतरा बढ़ सकता है।
- लैंगिक भेदभाव: भारत में युवा महिलाओं को अभी भी घर और कार्यस्थल दोनों जगह महत्वपूर्ण लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है। इससे मूल्यहीनता और निराशा की भावनाएँ पैदा हो सकती हैं, जिससे आत्महत्या का खतरा बढ़ सकता है।
- मानसिक स्वास्थ्य कलंक: भारत में मानसिक बीमारी से जुड़ा एक मजबूत कलंक है, जो युवा महिलाओं को उनकी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए मदद लेने से रोक सकता है। इससे उनकी हालत खराब हो सकती है और आत्महत्या का खतरा बढ़ सकता है।
- वित्तीय समस्याएँ: भारत में युवा महिलाओं, विशेषकर कम आय वाले परिवारों की महिलाओं के लिए वित्तीय समस्याएं तनाव का एक प्रमुख स्रोत हो सकती हैं। इस तनाव से अवसाद हो सकता है और आत्महत्या का खतरा बढ़ सकता है।
- सामाजिक मीडिया: सोशल मीडिया युवा महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर उन लोगों पर जो पहले से ही आत्महत्या के प्रति संवेदनशील हैं। सोशल मीडिया युवा महिलाओं को साइबरबुलिंग, अवास्तविक सौंदर्य मानकों और बॉडी शेमिंग का शिकार बना सकता है। इससे कम आत्मसम्मान की भावना पैदा हो सकती है और आत्महत्या का खतरा बढ़ सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आत्महत्या एक जटिल मुद्दा है जिसका कोई एक कारण नहीं है। ऊपर सूचीबद्ध कारक उन कई कारकों में से कुछ हैं जो भारत में युवा महिलाओं में आत्महत्या में योगदान दे सकते हैं।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आत्महत्या को रोका जा सकता है। यदि आप एक युवा महिला हैं जो आत्मघाती विचारों से जूझ रही हैं, तो कृपया मदद के लिए संपर्क कीजिये। आपके लिए कई संसाधन उपलब्ध हैं, जिनमें आत्महत्या हॉटलाइन, मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर और सहायता समूह शामिल हैं।