मालवीय मिशन भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य शिक्षकों के लिए उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह पहल 2014 में शुरू की गई थी और इसका नाम भारत के महान शिक्षाविद् और नेता पंडित मदन मोहन मालवीय के नाम पर रखा गया था।
मालवीय मिशन के तहत शिक्षकों को दो सप्ताह के ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। कार्यक्रम में विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है, जिनमें बहु-विषयक शिक्षा, भारतीय ज्ञान प्रणाली, शैक्षिक नेतृत्व आदि शामिल हैं।
मालवीय मिशन के उद्देश्य:
- शिक्षकों को अनुकूलित प्रशिक्षण प्रदान करना, जिससे उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
- शिक्षकों को भविष्य के लिए तैयार करना।
- प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाना।
- नेतृत्व क्षमताओं का पोषण करना।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के साथ समन्वय स्थापित करना।
मालवीय मिशन के तहत पूरे भारत में 111 मालवीय मिशन केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों में शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ शिक्षकों और प्रशिक्षकों की एक टीम तैनात की जाती है।
शिक्षक प्रशिक्षण के लिए मालवीय मिशन एक महत्वपूर्ण पहल मानी जाती है। इस पहल ने पूरे भारत में लाखों शिक्षकों को प्रशिक्षित किया है और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद की है।
मालवीय मिशन के लाभ:
- यह शिक्षकों को नवीनतम शैक्षिक सिद्धांतों और प्रथाओं के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है।
- यह शिक्षकों को उनके व्यावसायिक विकास के लिए अवसर प्रदान करता है।
- यह शिक्षकों को नेतृत्व क्षमता विकसित करने में मदद करता है।
- यह उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद करता है।