- उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना एक अंतरराज्यीय प्रमुख सिंचाई परियोजना है जो भारत के झारखंड के लातेहार और गढ़वा जिलों और बिहार के औरंगाबाद और गया जिलों में स्थित है।
- परियोजना 1972 में शुरू हुई।
- बेतला नेशनल पार्क और पलामू टाइगर रिजर्व को डूबने से बचाने के लिए बिहार सरकार के वन विभाग द्वारा 1993 में इसे रोक दिया गया था।
उद्देश्य:
- झारखंड में पलामू और गढ़वा जिलों और बिहार में औरंगाबाद और गया जिलों के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में सिंचाई प्रदान करना। परियोजना का कुल कमांड क्षेत्र 1,02,272 हेक्टेयर है, जिसमें से लगभग 76% झारखंड में और 24% हेक्टेयर बिहार में है।
- उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना झारखंड और बिहार के सूखाग्रस्त क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है। यह परियोजना भूमि के एक बड़े क्षेत्र को सिंचाई प्रदान करेगी, जिससे कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आजीविका में सुधार करने में मदद मिलेगी। यह परियोजना गरीबी को कम करने और क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार करने में भी मदद करेगी।
अन्य लाभ:
- बाढ़ नियंत्रण
- जलविद्युत उत्पादन
- मत्स्य पालन विकास
- पर्यटन विकास