- ऑपरेशन सजग भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक अभियान है जो नागरिकों को साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करने और उन्हें शिक्षित करने के लिए बनाया गया है। यह अभियान 2015 में शुरू किया गया था और तब से इसने भारत में साइबर सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- ऑपरेशन सजग के तहत, सरकार विभिन्न कार्यक्रम और पहल आयोजित करती है, जिनमें शामिल हैं:
जागरूकता अभियान: सरकार टीवी, रेडियो और सोशल मीडिया के जरिए साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाती है। ये अभियान नागरिकों को साइबर अपराधों के बारे में सूचित करते हैं और उन्हें साइबर सुरक्षा उपाय करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
शिक्षा कार्यक्रम: सरकार स्कूलों, कॉलेजों और व्यावसायिक संगठनों में साइबर सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम आयोजित करती है। ये कार्यक्रम नागरिकों को साइबर सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों के बारे में शिक्षित करते हैं।
सुरक्षा उपाय: सरकार नागरिकों को साइबर सुरक्षा उपाय करने के लिए प्रोत्साहित करती है, जैसे मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना और अपने डिजिटल उपकरणों को सुरक्षित रखना।
- ऑपरेशन सजग के परिणामस्वरूप भारत में साइबर सुरक्षा जागरूकता में काफी सुधार हुआ है। 2015 में, केवल 20% भारतीयों को साइबर-अपराधों के बारे में जानकारी थी। 2023 में यह आंकड़ा बढ़कर 70% हो जाता है.
ऑपरेशन सजग के कुछ विशिष्ट परिणामों में शामिल हैं:
साइबर अपराधों की संख्या में कमी: ऑपरेशन सजग के शुरू होने के बाद से भारत में साइबर अपराधों की संख्या में गिरावट आई है।
साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता बढ़ी: ऑपरेशन सजग से भारत में साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता काफी बढ़ी है।
साइबर सुरक्षा उपायों में वृद्धि: ऑपरेशन सजग ने भारतीयों को साइबर सुरक्षा उपाय करने के लिए प्रोत्साहित किया है।