समर्थ कपड़ा मंत्रालय का एक मांग आधारित और प्लेसमेंट-उन्मुख अम्ब्रेला कौशल कार्यक्रम है, जिसे कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा अपनाई गई व्यापक कौशल नीति ढांचे के तहत तैयार किया गया है।
इस योजना का उद्देश्य संगठित कपड़ा और संबंधित क्षेत्रों में नौकरियां पैदा करने में उद्योग के प्रयासों को प्रोत्साहित करना और पूरक बनाना है। प्रवेश स्तर के कौशल के अलावा, परिधान और परिधान क्षेत्रों में मौजूदा श्रमिकों की उत्पादकता में सुधार की दिशा में योजना के तहत अपस्किलिंग/री-स्किलिंग कार्यक्रम के लिए एक विशेष प्रावधान भी संचालित किया गया है। समर्थ हथकरघा, हस्तशिल्प, रेशम और जूट जैसे पारंपरिक कपड़ा क्षेत्रों की अपस्किलिंग/री-स्किलिंग आवश्यकता को भी पूरा करता है।
यह योजना देश के 28 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों में फैल गई है और एससी, एसटी और अन्य हाशिए पर मौजूद श्रेणियों सहित समाज के सभी वर्गों को पूरा करती है। अब तक आवंटित 4.72 लाख लाभार्थियों के कौशल लक्ष्य में से 1.88 लाख लाभार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। योजना के तहत अब तक प्रशिक्षित लाभार्थियों में 85% से अधिक महिलाएं हैं। संगठित क्षेत्र के पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षित 70% से अधिक लाभार्थियों को प्लेसमेंट प्रदान किया गया है।
लागत मानदंडों में 5% की वृद्धि के साथ फंडिंग प्रतिरूप को भी संशोधित किया गया है, जिससे इस योजना के तहत कौशल प्रदान करने वाले उद्योगों को आवश्यक अतिरिक्त वित्तीय सहायता मिलेगी।