पिछले दो-तान सालों की रिकॉर्डतोड़ गर्मी के बाद इस साल पूरे दुनिया में सर्दी अपना असर दिखाएगी. इसकी वजह प्रशान्त महासागर में ला-नीना की हलचल है जिसके और ज्यादा फैलने की आशंका बढ़ रही है.
What is La nina
अल नीनो जिसका सम्बंध भारत में सूखे, बाढ़ और गर्मी से है और इसी के उलट ला-नीना है. प्रशान्त… Read More
सिचाई पर केन्द्रण क्यों :
सिंचाई क्षेत्र में छह दशकों के निवेश के बावजूद सुनिश्चित सिंचाई के तहत 142 मिलियन हेक्टयेर कृषि भूमि में से केवल 45 प्रतिशत ही कवर हो पाई है।
पिछले दो वर्षों में दस राज्यों में गंभीर सूखा पड़ा, जिससे कृषि क्षेत्र पर बुरा प्रभाव पड़ा और वस्तुओं की कीमते बढ़ी हैं। वर्षा… Read More
जैविक कृषि एक समेकित कृषि है। इसके द्वारा जैव विविधता, जैविक चक्रण और मृदा जैविक कार्यकलाप संवर्धित होते हैं। जैविक कृषि के द्वारा सिंथैटिक उर्वरकों, विकासगत हार्मोनों, वृद्धिकारक एंटीबायोटिक पदार्थों, सिंथैटिक कीटनाशकों के इस्तेमाल के बिना फसschemeलों और पशुओं के लिए पर्यावरण अनुकूल वातावरण… Read More
फसल अवशिष्ट दहन को हाल में भारतीय महानगरो में प्रदूषण वृद्धि के कारको के रूप में स्वीकार किया गया हैं। नवम्बर - दिसम्बर के समय वायु दाब अधिक होने से दहन से प्राप्त प्रदूषकों का संकेन्द्रण एक ही जगह होता रहता हैं , जो समस्या को और भी बढ़ाता हैं। यद्यपि इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव दिल्ली में होता हैं… Read More
देश में कृषि क्षेत्र में व्यवसाय करना आसान बनाने के लिए सरकार ने एग्रीकल्चर रिफॉर्म्स इंडेक्स पेश किया है। अब राज्यों के बीच प्रत्येक वर्ष इस इंडेक्स में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए प्रतिस्पर्धा होगी, जिससे देश में कृषि क्षेत्र में व्यवसाय के लिए माहौल बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
किसने तैयार… Read More
आईएसी 2016 का आयोजन 6-9 नवंबर 2016 तक नई दिल्ली में किया जा रहा है। इस कांग्रेस में 60 देशों से लगभग 900 प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में कृषि जैवविविधता प्रबंधन और आनुवंशिक संसाधनों के संरक्षण में प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका के बारे बेहतर समझ विकसित करने से संबंधित चर्चा की… Read More
हरित क्रांति के प्रादुर्भाव के बाद से निरन्तर खेती में रसायनिक उर्वरक, रासायनिक पोषक तथा कीटनाशकों का प्रयोग बढा है , जिसके व्यापक दुष्परिणाम : मानव स्वास्थ्य ,मृदा स्वास्थ्य, फसलों की गुणवता व उत्पादकता तथा पर्यावरण पर देखे जा सकते है । इस प्रकार की उभरती चिंताओं के निराकरण में जैविक खेती की… Read More
एक देश, एक मंडी और एक लाइसेंस के साथ समान कानून लागू करने की सरकार की मंशा पूरी होती दिखने लगी है। किसान और व्यापारियों के बढ़ते रुझान को देखते हुए राज्य सरकारों ने भी इस दिशा में सकारात्मक पहल की है।
ई-मंडी की पायलट परियोजना की शानदार सफलता के बाद उत्साहित केंद्र सरकार ने निर्धारित लक्ष्य को समय… Read More