फिनलैंड से क्या सीखे भारत
फिनलैंड में 34 वर्षीय सना मारिन प्रधानमंत्री बनी हैं। वह दुनिया में सबसे कम उम्र में इस पद पर पहुंचने वाली महिला हैं। पांच पार्टियों के मध्य-वामपंथी गठबंधन का नेतृत्व कर रहीं और हाल तक फिनलैंड की परिवहन मंत्री रहीं सना को प्रधानमंत्री एंटी रिना के इस्तीफे के बाद सोशल… Read More
जब राजेंद्र बाबू को लगा था कि देश प्रेम और घर प्रेम में घर का वजन ज्यादा भारी पड़ रहा है
सन 1910 का किस्सा है. राजेंद्र बाबू तब कलकत्ता में वकालत पढ़ रहे थे. यहां एक दिन उन्हें उस दौर के प्रसिद्ध बैरिस्टर श्री परमेश्वर लाल ने बुलाया था. वे कुछ समय पहले ही गोखलेजी से मिले थे. बातचीत में गोखलेजी ने… Read More
हमें बुद्ध बनना चाहिए या बौद्ध?
आज वैशाख महीने की पूर्णिमा है. मान्यता है कि आज ही के दिन मां महामाया के गर्भ से शाक्यमुनि राजकुमार गौतम का जन्म हुआ था. यह भी संयोग माना जाता है कि इसके ठीक 35 वर्ष बाद इसी तिथि को उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ और इस तरह बुद्ध के रूप में उनका दूसरा जन्म हुआ. और एक और… Read More
हर पिता के भीतर एक नेहरू हो सकते हैं और हर बेटी में एक इंदिरा, बशर्ते कि वे आपस में दोस्त हों
14 नवंबर, 1969 को अपने पिता के 80वें जन्मदिन पर किसी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में इंदिरा ने कहा था- ‘जवाहरलाल नेहरू को मैं एक पिता और एक नेता के साथ-साथ एक दोस्त के रूप में भी जानती थी.’ किसी भी… Read More
घातक बीमारियों से निजात दिलाएगा एडीज का जीवाणु से संक्रमण
मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियों से जंग का एक रोचक तरीका यह है कि मच्छरों को परजीवी से संक्रमित करा दिया जाए। एडीज एजिप्टी प्रजाति के मच्छर में ऐसे विषाणु होते हैं जो डेंगू, जिका, पीत ज्वर और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के कारक बनते… Read More
बोगेनविल दुनिया के मानचित्र पर नया देश बनेगा
दुनिया के मानचित्र पर जल्द एक नए देश का उदय होने जा रहा है। इंडोनेशिया के समीप प्रशांत महासागर इलाके में स्थित देश पापुआ न्यू गिनी के स्वायत्त क्षेत्र बोगेनविल के 98 फीसदी लोगों ने आजादी के समर्थन में मत दिया है। अब यह जनमत संग्रह पापुआ न्यू गिनी की… Read More
महात्मा गांधी कैसा रामराज्य चाहते थे?
भारत में ‘रामराज्य’ शब्द के अर्थ को लेकर कई भ्रांतियां रही हैं. कई विद्वान इस शब्द के प्रयोग से बचते रहे हैं. लेकिन अब जबकि इस शब्द के अर्थ का नए सिरे से राजनीतिक दुरुपयोग हो रहा है और इसके एक संकीर्ण अर्थ को राजनीतिक रूप से स्थापित करने की अज्ञानतापूर्ण कोशिश… Read More